शेयर बाजार में गिरावट का लग रहा है डर! अपनाएं STP का तरीका, होगा जबरदस्त फायदा
महंगे शेयरों में मुनाफा वसूली का डर बना रहता है. ऐसे में म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए मौजूदा समय में सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP) बेहतर विकल्प है.
STP के जरिए भी पहले एकमुश्त रकम डेट फंड में लगाया जाता है. उसके बाद जैसे जैसे बाजार में सुधार आता है, यह पैसा धीरे धीरे इक्विटी में ट्रांसफर किया जाता है. (PTI)
STP के जरिए भी पहले एकमुश्त रकम डेट फंड में लगाया जाता है. उसके बाद जैसे जैसे बाजार में सुधार आता है, यह पैसा धीरे धीरे इक्विटी में ट्रांसफर किया जाता है. (PTI)
Systematic Transfer Plan: शेयर बाजार में भले ही 2 दिनों से कमजोरी देखने को मिल रही है, लेकिन बीते 1 साल के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में अच्छी खासी तेजी आ चुकी है. बाजार का वैल्युएशन हाई है. इस तेजी में लार्जकैप या मिडकैप हर सेग्मेंट में बहुत से शेयर महंगे हो चुके हैं. कई अपने 52 हफ्तों के हाई के आस पास ट्रेड कर रहे हैं. ऐसे में वाजिब है कि पैसे लगाने के पहले निवेशकों के मन में कनफ्यूजन होगा. महंगे शेयरों में मुनाफा वसूली का डर बना रहता है. ऐसे में म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए मौजूदा समय में सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (STP) बेहतर विकल्प है. यह डेट से इक्विटी में धीरे धीरे पैसे ट्रांसफर करने का तरीका है.
STP कैसे करता है काम
अगर बाजार के वैल्युएशन को देखकर डर लग रहा हो या बाजार में गिरावट की आशंका बनी हो तो सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान का विकल्प बेहतर माना जाता है. बाजार की वोलैटिलिटी के दौरान बहुत से निवेशक डेट फंड की ओर शिफ्ट करते हैं, जिससे इनमें तेजी आती है. STP के जरिए भी पहले एकमुश्त रकम डेट फंड में लगाया जाता है. उसके बाद जैसे जैसे बाजार में सुधार आता है, यह पैसा धीरे धीरे इक्विटी में ट्रांसफर किया जाता है. ट्रांसफर के बीच में जो गैप होता है, उस दौरान भी निवेशकों को डेट से एक स्टेबल रिटर्न मिल जाता है. यानी बाजार के उतार चढ़ाव में आपको डेट मार्केट में तेजी का फायदा मिलता है. वहीं जब स्टॉक मार्केट में तेजी आती है, आपको उस तेजी का भी फायदा मिलना शुरू हो जाता है.
उदाहरण के तौर पर अगर आपको 2 लाख रुपये बाजार में निवेश करना है. यह 2 लाख रुपये पहले डेट फंड में निवेश करना होगा. STP प्लान लेते समय ही तय कर लेना होता है कितनी रकम हर महीने इक्विटी की ओर शिफ्ट करना है. अगर आपने हर महीने 10 हजार की रकम शिफ्ट करने का विकल्प लिया है तो 2 लाख से हर महीने 10 हजार रुपये इक्विटी में ट्रांसफर होते जाएंगे. एक महीने के बाद डेट में आपक निवेश 1.90 लाख रहेगा और इक्विटी में 10 हजार. कुल 20 महीने में आपकी रकम इक्विटी में शिफ्ट हो जाएगी.
STP में क्या है फायदा
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एसटीपी में पैसा लिक्विड या अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड में तब तक पड़ा रहता है, जब तक वह इक्विटी फंड में ट्रांसफर नहीं हो जाता. इस पैसे पर आपको रिटर्न मिलता है, जो आम तौर पर सेविंग्स बैंक अकाउंट के मुकाबले ज्यादा होता है. वहीं बाजार में जैसे जैसे स्थिरता बनती है आपको अपने निवेश पर हाई रिटर्न मिलने लगता है. इससे आप स्टॉक मार्केट की वोलैटिलिटी में फंंसने से भी बच जाते हैं.
डेट फंड में क्या हैं बेस्ट विकल्प
सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान में कम समय के लिए डेट फंडों में निवेश किया जाता है. इसके लिए शॉर्ट ड्यूरेशन फंड, लिक्विड फंड या अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड बेहतर विकल्प होते हैं. इनकी मेच्योरिटी अवधि कम होती है. डेट फंड में एक मुश्त पैसा लगाने से सुरक्षित रिटर्न मिलता रहता है.
07:54 AM IST